चतरा, अक्टूबर 31 -- इटखोरी, प्रतिनिधि। सौभाग्य और संतान प्राप्ति के लिए भद्रकाली मंदिर परिसर में महिलाओं ने अक्षय नवमी का व्रत किया। इस अवसर पर महिलाओं द्वारा सामूहिक पूजन, वृक्ष परिक्रमा सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रम श्रद्धा पूर्वक संपन्न किया। महिलाएं आंवला वृक्ष की 108 परिक्रमा लगाकर पूजा की आंवला पेड़ पर कच्चा दूध, हल्दी, रौली लगाया इसके बाद आंवला पेड़ की परिक्रमा कर व्रती मौली बांधी। धार्मिक मान्यता है कि आंवले के पेड़ के नीचे श्री हरि विष्णु के दामोदर स्वरूप की पूजा की जाती है। यह भी मान्यता है कि नवमी के दिन आंवला के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है और आंवला नवमी की पूजा करने से श्रीहरि विष्णु का सानिध्य प्राप्त होता है। आंवला नवमी की कथा मां लक्ष्मी से जुड़ी होने के कारण इस दिन सबसे पहले मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है । इस दिन पूजा ...