चतरा, अक्टूबर 4 -- सिमरिया निज प्रतिनिधि। सिमरिया प्रखंड के सोहर, सड़मा और पसेरी जंगल में प्रत्येक वर्ष मार्च अप्रैल से लेकर सितंबर अक्टूबर तक जंगली हाथियों का झूंड गांवों में घुस आते है। इससे ग्रामीणों के जानमाल के साथ साथ उनके फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान होता है। अब वन विभाग के द्वारा ग्रामीणों और उनके फसलों को हाथियों से बचाने के लिए एक अच्छी पहल की शुरुआत की गई है। वन विभाग के द्वारा हाथियों के आतंक से लोगों को बचाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत आठ किलोमीटर का सोलर एनर्जी फेंसिंग लगाया गया है। इस फेंसिंग के के बाद हाथियों का झूंड अब गांव में प्रवेश नहीं कर पाएगा। क्या है सोलर एनर्जी फेंसिंग, कैसे करेगा काम: सोलर एनर्जी फेंसिंग एक ऐसी घेरा है जो सौर ऊर्जा से चलती है । इसमें स्टील के तार लगे होते हैं। जिससे एक सुरक्षित, लेकिन बिना नुक...