भागलपुर, अक्टूबर 12 -- भागलपुर, कार्यालय संवाददाता बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद सियासी पारा हाई है। पार्टियों में जिला से लेकर राज्य स्तर तक सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। राजनीतिक पार्टियों में भी शंका आशंकाओं के कारण उथल पुथल की स्थिति हो रही है। इस सियासी वार के बीच ग्रामीण परिवेश के लोगों के लिए सोशल मीडिया सूचना का एक सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। पार्टी के संभावित प्रत्याशी ग्रामीण वोटरों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म के माध्यम से साधने में जुटे हुए हैं। इसमें युवा वर्ग से लेकर महिलाएं, अधेड़ और बुजुर्ग वर्ग के लोग शामिल हैं। कम खर्च में प्रभावी परिणाम डिजिटल युग में सोशल मीडिया राजनीतिक दलों के लिए प्रचार का बड़ा, सस्ता और प्रभावी माध्यम बनी हुई है। यह माध्यम फॉलोअर के जरिए कम लागत में प्रभावी परिणाम देती है। नेता...