पलामू, अक्टूबर 16 -- मेदिनीनगर, प्रतिनिधि। विभिन्न सुखद संयोग के बीच इस वर्ष शनिवार को दिन के 11:30 बजे के बाद से धनतेरस की खरीदारी की जाएगी। धनतेरस में लोग चांदी और सोने के सिक्के आभूषण सहित अन्य चीजों की जमकर खरीदारी करते है। लोगों का ऐसा मानना है कि खरीदी गई चल अचल संपत्ति वर्षो तक रखी जा सकती है और इसका मूल्य में दिन प्रतिदिन वृद्धि ही हो रही है। मां अष्टभुजी मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित घनश्याम तिवारी शांडिल्य के अनुसार समुद्र मंथन के समय सोने के कलश के साथ भगवान धनवंतरी की उत्पत्ति हुई थी। नारायण ही अपने अंश से समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि देव के रूप में 14 रत्नों में अमृत कलश लेकर धनतेरस के ही दिन प्रकट हुए थे। भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के आचार्य, वैद्य सबसे बड़े चिकित्सक है। इसलिए आम भक्तों के साथ ही डॉक्टरों को विशेष पूजन करना चाहि...