संभल, मार्च 20 -- महमूद गजनवी के भांजे अब्दुल सालार गाजी (गाजी मियां) को लेकर मचा जुबानी घमासान तेज होता जा रहा है। अब समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करना और एक सूफी संत को गलत संदर्भों से जोड़ना नफरत फैलाने का प्रयास है। सांसद बर्क ने कहा कि सैयद सलार मसूद गाजी को सोमनाथ मंदिर पर हमले से जोड़ना ऐतिहासिक रूप से गलत है। जब सोमनाथ मंदिर पर हमला हुआ। उस समय मसूद गाजी की उम्र मात्र 11 वर्ष थी। इतिहासकारों के अनुसार, इस हमले में उनकी कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन फिर भी एक अधिकारी बिना ऐतिहासिक तथ्यों को बिना जाने गलत बयानबाजी कर रहा है। सैयद सलार मसूद गाजी 12वीं शताब्दी के महान सूफी संत थे। उनका मजार उत्तर प्रदेश के बहराइच में स्थित है, जहां हर साल जेठ महीने में विश...