गंगापार, सितम्बर 19 -- किसान यूरिया के लिए सहकारी समितियों व लाइसेंसी दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। बारिश के बाद धान की फसल के यूरिया की मांग बढ़ गई हैं। सहकारी समितियों से यूरिया न मिलने पर किसानों को मजबूरन दुकानों से खरीदनी पड़ रही है। दुकानदार इसका फायदा उठाकर मनमाने दामों पर 300 से लेकर 600 रुपये तक यूरिया की बोरी बेच रहे हैं जिससे किसान परेशान हैं। सहकारी समितियों पर यूरिया का संकट थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। धान, बाजरा, मक्का की फसल की अच्छी पैदावार के लिए किसानों को यूरिया की काफी समस्या हो रही है। बीदा निवासी किसान उपेन्द्र, राकेश, महेश, श्यामलाल आदि ने बताया कि धान की फसल के लिए यूरिया की आवश्यकता हैं, लेकिन सहकारी समिति पर यूरिया नहीं मिल रही। निजी विक्रेता निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर यूरिया खाद बेच रहे हैं। यूरिया का सरक...