देवघर, अगस्त 1 -- देवघर,प्रतिनिधि। सेवानिवृत्ति को सेवाकाल का अंत नहीं समझ कर इसे नए कर्तव्यों व नए जीवन पथ की शुरुआत समझा जाना चाहिए। उपर्युक्त बातें देवघर व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार ने व्यवहार न्यायालय के नाजिर मनोज कुमार झा के सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक निश्चित अवधि में मशीनों का रिटायरमेंट होता है, उसी प्रकार मनुष्य के लिए भी एक खास उम्र सीमा को सेवानिवृत्ति का समय घोषित कर दिया गया है, पर सेवानिवृत्ति एक नए कर्तव्यों की शुरुआत का क्षण है, जिसे ऊर्जावान तरीके से उत्साहपूर्वक जीना चाहिए। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सेवानिवृत्त नाजीर मनोज कुमार झा के कार्यकाल की प्रशंसा की एवं कहा कि वे अपने सेवाकाल के दौरान कर्तव्यपरायणता क...