हजारीबाग, फरवरी 1 -- हजारीबाग विधि प्रतिनिधि मुंगेर जमालपुर निवासी मनोज झा अभियोजन की नौकरी में आने से पहले सीए बनना चाहते थे। बाद में अपने दोस्तों के साथ विधि महाविद्यालय में अपना नामांकन कराया और फिर नौकरी प्राप्त किया। यह बातें सेवानिवृत हुए लोक अभियोजक ने सभी को अवगत कराया। उन्होंने वर्ष 1999 में अभियोजन सेवा में अपना योगदान दिया था। 26 साल के बेदाग अभियोजन सेवा में उन्होंने सरकार का पक्ष रखते हुए कई दुर्दांत अपराधियों और उग्रवादियों को सजा दिलाकर आम अवाम का मनोबल बढ़ाने का काम किया। मनोज झा की विदाई के दौरान सहायक और अपर लोक अभियोजक भावुक हो फफक पड़े। सभी ने एक स्वर में उन्हें अपना अभिभावक और पिता तुल्य बताया। कार्यक्रम का संचालन अपर लोक अभियोजक अनुराग सिंह ने किया। एपीपी कुमार उज्जवल ने मनोज झा को बेहतर मार्गदर्शक और अभिभावक बताया। ...