देहरादून, नवम्बर 15 -- दून में अब पुराने वाहनों की खरीद-फरोख्त के लिए एसओपी तैयार होगी। वाहन खरीद-फरोख्त का लेन-देन बैंक खातों से होगा। वाहन को बेचते समय खरीददार के सभी दस्तावेज और मोबाइल नम्बरों को सत्यापित करने की जिम्मेदारी विक्रय केंद्र संचालक की होगी। दिल्ली में हुए बम धमाके में इस्तेमाल की गई जिस कार जो डॉक्टर चला था वह उसके नाम नहीं थी। इसके बाद दून में भी पुराने वाहनों की खरीद-फरोख्त पर सवाल उठ रहे हैं, यहां पर पुराने वाहनों का बड़ा बाजार है, वाहन बेचने वाले डीलर महीनों तक वाहनों को अपने कब्जे में रख देते हैं, यह लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने शनिवार के अंक में 'सावधान! दिल्ली को धहलाने वाली सेकेंड हैंड गाड़ियां दून में कम नहीं' शीर्षक से इस खबर को प्रमुखता से छापा। डीजीपी के निर्देश पर एसएसपी अजय...