हापुड़, सितम्बर 27 -- नगर के मोहल्ला साकेत कालोनी में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा में कथा वाचक पंडित मोहित भारद्वाज ने नवरात्र के पांचवे दिन भी माता कुष्मांडा देवी का गुणगान किया। उन्होंने बताया कि जब सृष्टि नहीं थी तब देवी के कुष्मांडा स्वरूप ने सृष्टि का विस्तार किया था उन्होंने बताया कि आज ईशत हास्य से ब्रह्मांड की रचना करने वाली देवी भगवती के चौथे स्वरूप मंडल की पूजा होगी। जब सृष्टि नहीं थी तब देवी के कुष्मांडा स्वरूप ने सृष्टि का विस्तार किया था। उन्होंने बताया कि मां का यह स्वरूप अन्नपूर्णा का है, शाकंभरी रूप धर देवी ने शाक से धरा को पल्लवित किया। यह प्रकृति और पर्यावरण की अधिष्ठात्री है। कुष्मांडा देवी की आराधना के बिना जाप ओर ध्यान संपूर्ण नहीं होते है। इस दिन साग सब्जी और अन्न का दान फलदाई है। उन्होंने बताया कि अगर भगवान में वि...