नई दिल्ली, मार्च 18 -- 14 मार्च से सूर्य के मीन राशि में आने पर खर मास आरंभ हो गया है, जो 13 अप्रैल तक रहेगा। इस अवधि में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है। मार्कण्डेय पुराण के अनुसार सूर्य अपने सात घोड़ों के रथ पर बैठ कर पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा कर रहे थे। इस परिक्रमा के दौरान सूर्य का रथ एक क्षण के लिए भी नहीं रुका। लेकिन निरंतर चलने और सूर्य की गरमी से घोड़े प्यास तथा थकान से व्याकुल होने लगे। घोड़ों की दयनीय दशा देखकर सूर्य देव ने उन्हें विश्राम देने और उनकी प्यास बुझाने के उद्देश्य से रथ रुकवाने का विचार किया। लेकिन उन्हें अपनी प्रतिज्ञा का स्मरण हो आया कि वे अपनी इस अनवरत चलने वाली यात्रा में कभी विश्राम नहीं लेंगे। यह विचार करते हुए सूर्य देव का रथ आगे बढ़ रहा था। कुछ दूर चलने पर सूर्य को एक तालाब के पास दो खर (गधे) दिखाई दिए। उन...