लखीसराय, मई 12 -- राजेन्द्र राज, सूर्यगढ़ा। सूर्यगढ़ा के लोग इस मिठाई को अवश्य खरीदते हैं सौगात में भी इस मिठाई को भेजी जाती है देश और विदेश में भी छेना मिठाई लोग ले जाते हैं बदलते समय में भी इसकी मांग बनी हुई है। जिस प्रकार से गया के तिलकुट, सिलाव का खाजा और बड़हिया का रसगुल्ला प्रसिद्ध है उसी प्रकार सूर्यगढ़ा की छेना मिठाई की भी अपनी अलग प्रसिद्धि है। वर्षों से यह मिठाई यहां के बाजार में बनती आ रही है और आज भी इसकी मांग बनी हुई है। बदलते समय में कई प्रकार की मिठाइयाँ हैं, लेकिन यहां के मिठाई खाने के शौकीन लोगों के लिए छेना मिठाई जरूरत समझी जाती है। यह केवल जरूरत ही नहीं है बल्कि परम्परा से ही इस मिठाई को शादी ब्याह, तिलक, पूजा पाठ और अन्य कार्यक्रमों में मंगाया जाता है। दूसरे राज्यों और देश के बाहर रहने वाले भी यहां से अपनी मिट्टी की सों...
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