औरंगाबाद, मई 5 -- जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में सत्येंद्र नगर मुहल्ले में भक्ति काल के कवि सूरदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद ने की वहीं संचालन नागेंद्र प्रसाद केशरी ने किया। चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप जला कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। शिवांगी एवं समीक्षा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। भक्तिकाल के स्वर्णिम इतिहास में सूरदास के योगदान विषय पर आयोजित गोष्ठी में शिक्षिका प्रियंका पांडेय ने विषय प्रवेश कराया। शिक्षिका अनुपमा कुमारी ने सूर के पदों की व्याख्या की तो चंदन पाठक ने सूरदास के नीतिश्लोक की चर्चा की। धनंजय जयपुरी ने सूरदास को इतिहास में सूर्य के समान रोशनी बिखेरने वाला कवि बताया। डॉ शिवपूजन सिंह ने सूर को चेतना जगाने वाला कवि कहा...