नई दिल्ली, अक्टूबर 14 -- हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और त्योहार के वक्त तोरण लगाने की परंपरा है। इससे ना सिर्फ घर की शोभा बढ़ जाती है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है। तोरण को बंदनवार भी कहा जाता है। वैसे तो मार्केट में डिजाइनर तोरण भी मिलते हैं लेकिन आम के पत्ते और गेंदे के फूल के तोरण का महत्व अलग होता है। कहा जाता है कि जिस घर में ये तोरण लगा होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। तोरण लगाना आसान तो है लेकिन इससे जुड़े कुछ पारंपरिक नियम हैं जिसका पालन करना आसान नहीं होता है। अमूनन तोरण 7 से 12 दिनों में सूखने लगते हैं और इस बीच ही इसे बदलना या उतारना सही होता है। अब सवाल ये है कि उतारने के बाद इसका करना क्या है?तोरण को उतारते ही करें ये काम एक बात तो सबसे पहले गांठ बांध लें कि तोरण सूखने के बाद उसे उतारकर फेंकने की गलती भूलकर भ...
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