लोहरदगा, मार्च 28 -- लोहरदगा, संवाददाता। गर्मी अभी परवान चढ़ी नहीं है कि जलसंकट गहराने लगा है। लोहरदगा के प्राकृतिक जल स्रोत सूखने लगे हैं। प्राकृतिक जल स्रोतों के सूखने से सबसे अधिक परेशानी जंगली जानवरों के साथ हो गयी है। पालतू मवेशियों के लिए भी पीने का पानी मिलना अगले कुछ दिनों में मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि छोटे नदी-नाले, तालाब सूख गए हैं, या उनमें पानी की स्तर काफी कम रह गया है। मार्च के आखिर में यह हाल है मई-जून में क्या होगा। परंतु प्राकृतिक जलाशयों के सूखने की वजह से जंगली जानवर पानी की तलाश में भटकते हुए रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर जाते हैं। गत दो वर्षों से कम वर्षापात की वजह से प्राकृतिक जल स्रोत सूखने लगे हैं, प्राकृतिक जल स्रोतों के सूखने की वजह से पानी की तलाश में जंगली जानवरों को भटकना पड़ रहा है और वे भटकते-भटकते गांव व शहर...
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