पीलीभीत, मार्च 3 -- खतौनी में अंश संशोधन न मिलने पर अधिवक्ता ने राजस्व निरीक्षक पर पत्रावली फाड़ने का आरोप लगाया है। भड़के वकीलों ने तहसील पहुंचकर नाराजगी जताई। एसडीएम और तहसीलदार ने अध्यक्ष, महामंत्री सहित कई वकीलों के साथ बैठक कर 24 घंटे के अंदर जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद सभी शांत हुए हैं। पूर्व अध्यक्ष ने अफसरों के संरक्षण में तहसील में रिश्वतखोरी का खेल होने के आरोप लगाए। पूरनपुर तहसील में वकालत कर रहे हरिओम कुशवाहा ने बताया खतौनी में अंश संशोधन की फाइल एसडीएम कोर्ट में 10 अगस्त 2024 को दायर की थी। पैरवी के दौरान कई बार जाने पर राजस्व निरीक्षक टाल मटोल करते रहै। सोमवार को अधिवक्ता दोबारा पहुंचे। आरोप है कानूनगो ने रिश्वत की मांग की। मना करने पर पत्रावली फाड़ कर फेंक दी। जानकारी लगने के बाद वकील भड़क गए। इसके बाद सभी ने...