मुजफ्फरपुर, जुलाई 17 -- मुजफ्फरपुर। शतरंज की बिसात बिछाने और मोहरों की चाल में कमाल करने वाले हमारे हुनरमंद सुविधाओं की कमी से पिछड़ रहे हैं। जिले के शतरंज खिलाड़ियों का कहना है कि 64 खानों की बिसात पर शह और मात के खेल में वे अनगिनत बाधाएं तो पार कर ले रहे हैं, लेकिन तकनीक और आधारभूत सुविधाओं का अभाव सफलता की राह रोक रहा है। इनका कहना है कि शहर में कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां शांत वातावरण में अभ्यास कर सकें। महंगे संसाधन, प्रतियोगिताओं में भारी-भरकम प्रवेश शुल्क, प्रशिक्षण और प्रायोजकों का अभाव के कारण प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं। खेल विभाग अगर सुविधा और संसाधन उपलब्ध कराए तो जिले के शतरंज खिलाड़ी बड़े-बड़े सूरमाओं को भी धूल चटा सकते हैं। जिले के शतरंज खिलाड़ियों में प्रतिभा के बावजूद वे राष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ जा रहे हैं। इनका कहना है कि मेह...