सुल्तानपुर, जुलाई 3 -- बल्दीराय, संवाददाता। मोहर्रम के कदीमी अलम के जुलूस को हर साल की तरह इस बार भी मनाया गया। इमाम हुसैन के चाहने वाले सैकड़ों की संख्या में लोग अलम लेकर चक्कारीभीट गांव से इसौली अपने पूर्व निर्धारित कदीमी रास्ते से इसौली पहुंचे और नौहा मातम करके मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की। जुलूस में हजारों की संख्या में सभी धर्मों और सम्प्रदायों के लोग शामिल होकर इमाम हुसैन को आज से 1400 साल पहले इराक के शहर कर्बला में उनके परिवार को यजीद नामक आतंकी द्वारा शहीद कर दिए जाने की घटना पर शोक व्यक्त करते हैं। जुलूस में अकबरपुर, अम्बेडकर नगर से आए हुए मौलाना आजम हुसैन ने मजलिस को सम्बोधित किया। मौलाना ने कहा कि अलम में बंधा हुआ पंजा बताता है कि यह उसी हाथ की निशानी है जिसने यजीद जैसे जालिम का विरोध किया। उसकी बु...