सुल्तानपुर, अक्टूबर 7 -- दोस्तपुर। नगर पंचायत क्षेत्र के बभनइया पूरब में मिथिलेश मिश्रा के आवास पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन बुधवार को भक्त प्रह्लाद प्रसंग का वर्णन किया गया। कथा व्यास आचार्य पंडित कृष्णा ओझा महाराज ने कहा कि भक्त प्रह्लाद ने माता कयाधु के गर्भ में ही नारायण नाम का मंत्र सुना था। उसके प्रभाव से उनके जीवन के अनेक कष्ट दूर हो गए थे। कथा का आरंभ गुरु वंदना के साथ हुआ। इसके उपरांत व्यास महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का बखान किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को बचपन से ही धर्म और अध्यात्म का ज्ञान दिया जाना चाहिए, क्योंकि बचपन में मिले संस्कार जीवन भर स्मरण रहते हैं। माता-पिता की सेवा, प्रेम और समाज में मिलजुलकर रहना ही धर्म का मूल है। उन्होंने बताया कि अच्छे संस्कारों के कारण ही ध्रुव जी को पांच वर्ष की आयु में भ...