सुल्तानपुर, मई 25 -- सुलतानपुर, संवाददाता। विपत्ति मे पड़ा हुआ जीव अगर प्रेमपूर्वक ओम नमो वासुदेवाय का भजन करता है, उनके स्वरूप को अपने चिंतन मे शामिल करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण उस जीव के सभी कष्ट का हरण करते हैं। यह बातें लम्भुआ के केशवपुर गांव में चल रही संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा के विश्राम दिवस में बृन्दावन से पधारे भगवताचार्य पं बालकृष्ण दास ने कही। पं बालकृष्ण ने आगे कहा की गृहस्थ जीवन मे जीने का दो सूत्र है जिसे हर व्यक्ति को धारण करना चाहिए। पहला सुख दुख जो भी मिले उसे भगवान का प्रशाद समझकर ग्रहण करें और ह्रदय में कृष्ण और राधारानी को हमेशा मन मंदिर मे बसाकार भजन करें। दूसरा माया के असाक्त न होकर हमेशा संत सेवा और कृष्ण सेवा मे रहते हुए अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना चाहिए। महाराज जी के साथ आई वादक मण्डली के भजनो और भगवान स्वरूप झा...