सुल्तानपुर, मार्च 12 -- सूरापुर। संवाददाता परमात्मा व्यक्ति विशेष की सहायता नहीं करता बल्कि पवित्र उद्देश्य की सहायता करता है। जीत सदा सत्य की होती है,सत्य परेशान हो सकता है किन्तु पराजित नहीं हो सकता। यह बातें सूरापुर में डॉ. मदन मोहन मिश्र मानस कोविद के आवास पर श्रीद्भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान महा यज्ञ के छठवें दिन पं. सुदर्शनाचार्य जी महराज व्यासपीठ से व्यक्त कर रहे थे। भगवान ने स्यामंतक मणि लाकर अपने ऊपर लगे झूठे कलंक को गलत साबित किया। समाज को सुधारने के लिए भगवान गोपियों का चीर चुराते है तो द्रौपदी की लज्जा बचाने के लिए चीर बढ़ाते भी हैं।सुदामा चरित्र की चर्चा करते हुए कहा कि भगवान पूर्ण काम है तो सुदामा परम निष्काम है । भागवत की कथा के प्रभाव से राजा परीक्षित भयमुक्त होकर परमधाम को चले गए। इस अवसर पर नरेंद्र तिवारी, आशुतोष द्विवेद...