भागलपुर, दिसम्बर 12 -- भागलपुर। तिलकामांझी लॉ कॉलेज रोड निवासी आशुतोष सुरेन्द्र उर्फ एसएम घोष ने श्रीराम रस रामायण हिन्दी काव्य की रचना की है। श्री राम रस रामायण में श्री रामचरित मानस के एक-एक पद (सातों कांड) एवं बाल्मिकी रामायण के कुछ-कुछ अंशों के आधार पर 3606 पद वर्णित हैं जो बेहद सहज और प्रेररक हैं। भागलपुर शहर में सुरेन्द्र की पहचान अब तक एक वास्तुविद और रेकी थेरेपी के विशेषज्ञ के रूप में रही है। लेकिन उन्होंने 2011 में इस हिन्दी काव्य रचना का संकल्प लिया और 14 सालों में इसे पूरा किया। बीते 8 नवंबर को बासुकीनाथ धाम में इस काव्य रचना का विमोचन किया गया है। सुरेन्द्र बताते हैं कि हिन्दी काव्य में रचित श्रीराम रस रामायण इतना सरल है कि कोई भी व्यक्ति रामचरित मानस के एक-एक मंगलमय स्वरूप को सहजता से जान और समझ सकते हैं। श्री राम कथा से संबं...