नई दिल्ली, मई 14 -- पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाते हुए पीओके और पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर जो कार्रवाई की थी, उसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए थे। इस अवधि के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का साथ देते हुए उसकी सैन्य मदद की थी। जिसके बाद भारत में तुर्की विरोध की भावनाएं लगातार देखी जा रही हैं, लोग ना केवल तुर्की घूमने के लिए की गई बुकिंग्स को लगातार कैंसल कर रहे हैं, बल्कि देश का व्यापारी वर्ग भी तुर्की के साथ किसी तरह का कारोबार नहीं करने की बात कह रहा है। इसी बीच दिल्ली स्थित जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) ने भी तुर्की के प्रति विरोध जताते हुए वहां के एक विश्वविद्यालय के साथ किया समझौता रद्द कर दिया है। इस फैसले के बारे में जेएनयू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए जानकारी दी। जिसमें उसने...