फतेहपुर, अक्टूबर 28 -- फतेहपुर। खरीफ में डीएपी यूरिया की किल्लत से जूझ रहे दोआबा के किसानों के सामने रबी में डीएपी मुसीबत बन गई है। सहकारी समितियों में सुबह से शाम किसानों की लंबी कतार है। किसी को दो बोरी खाद तो कई बिना डीएपी मायूस लौटने पर मजबूर है। आरोप है कि समितियों में रसूकदारों व बिचौलियों की धमाचौकड़ी और खुले बाजार में ओवररेटिंग संग अन्य सामग्री खरीदने के दबाव के कारण किसानों की हालत पतली है। डीएपी के लिए हांफ रहे किसान सिस्टम को कोस रहे हैं,इनका दावा है कि डीएपी के अभाव में जिंक, सल्फर, पोटाश को मिला कर बुआई कर रहे हैं। महमदपुर के किसान अरविंद को आलू, सरसों, गेहूं की बुआई के लिए डीएपी की जरूरत है। सहकारी समिति में खाद आने की सूचना पर वह सुबह 7:00 बजे से लाइन में खड़े रहे। कागज जमा करने के बाद इस इंतजार में खड़े थे लेकिन उनकी बारी ...