मुरादाबाद, मई 26 -- मुरादाबाद। इस बार अमावस्या दो दिन रहेगी। मगर सोमवार होने और अमावस्या अधिक समय रहने के साथ कृतिका नक्षत्र और शोभना योग के कारण लोगों ने सोमवती(भौमवती) अमावस्या के रूप में मनाई। इनका यह भी मानना रहा कि 27 मई की सुबह 8 बजे से पहले बृजघाट पहुंचकर स्नान असंभव हो सकता है। इसीलिए उन्होंने सोमवार की सुबह से ही स्नान और दान का सिलसिला शुरू कर दिया। जो श्रद्धालु बृजघाट नहीं जा सके उनमें से अधिकांश ने घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान किया। घड़ा, सुराही, पंखा, तरबूज, खरबूजा, फसली फल, कपड़े का दान किया। उन्होंने फलाहार का भी दान किया।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...