सुपौल, जून 25 -- सुपौल, हिंदुस्तान संवाददाता। अंडा उत्पादन में सुपौल जिला न सिर्फ आत्मनिर्भर हो गया है, बल्कि कोसी और सीमांचल के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल और बंगाल के जिलों में निर्यात भी कर रहा है। फिलहाल जिले में रोज सवा लाख अंडा का उत्पादन हो रहा है, जबकि जिले में 75 हजार अंडे की रोजाना खपत है। पशुपालन विभाग के अनुसार जिले में 10 छोटे-बड़े पॉल्ट्री फॉर्म अंडा का उत्पादन कर रहे हैं। पहले जिले में आंध्र प्रदेश, पंजाब और हरियाणा से प्रत्येक महीने करीब 20 लाख अंडे आते थे। पिछले चार साल से जिले के पॉल्ट्री फॉर्म ही डिमांड को पूरा कर रहे हैं। यहां के सैकड़ों युवा पॉल्ट्री लेयर फार्मिंग (अंडा उत्पादन) से जुड़कर ना सिर्फ बेहतर आमदनी प्राप्त कर रहे हैं बल्कि अंडा उत्पादन मामले में जिले को पूरी तरह से आत्मनिर्भर बना दिया है। यहां के अंडे पड़ोस के...