सुपौल, नवम्बर 4 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत नाइट ब्लड सर्वे किया जा रहा है ताकि फाइलेरिया के नए मामलों की पहचान की जा सके। यह सर्वेक्षण रात 8:30 बजे के बाद किया जाएगा ताकि रक्त में माइक्रोफाइलेरिया का पता लगाया जा सके। यदि किसी क्षेत्र में प्रसार दर 1% या उससे अधिक पाई जाती है, तो फरवरी 2026 से सामूहिक दवा सेवन अभियान चलाया जाएगा। 3 नवंबर से 24 नवंबर तक सभी प्रखंडों में होगा नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम चलेगा। इसका शुभारंभ सोमवार की रात सीएस डॉ. ललन ठाकुर ने सदर प्रखंड के चैनसिंहपट्टी से किया। उन्होंने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे का उद्देश्य फाइलेरिया के नए मामलों का पता लगाना और रोग के प्रसार को समझना। इसके लिए रात में रक्त के नमूने लिए जाएंगे। रात के समय ही फाइलेरिया के परजीवी (माइक्रोफाइलेरिया) रक्त मे...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.