सुपौल, जून 14 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। गर्मी और उमस में अधिक पसीना निकलने से लोग डिहाइड्रेशन की चपेट में आ रहे हैं। गर्मी से शरीर में पानी की कमी, उल्टी, दस्त, बुखार समेत दूसरी दिक्कतें होने पर शुगर और बीपी अनियंत्रित हो सकता है। पानी की कमी से सोडियम-पोटेशियम कम होने से लोगों के दिल की धड़कन बढ़ने के साथ ही सांस लेने में तकलीफ, घबराहट और बेचैनी की समस्या बढ़ गई है। सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल समेत दूसरे अस्पतालों की इमरजेंसी और ओपीडी में रोजाना 200 से अधिक लोग इन लक्षणों के साथ पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों को ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मुश्किलें आ रही हैं। डिहाइड्रेशन से हार्ट फेल्योर का खतरा: शहर के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजाराम गुप्ता का कहना है कि डिहाइड्रेशन से ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन अनियंत्रित हो सकती है। ज्यादा...
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