सुपौल, नवम्बर 13 -- छातापुर, एक प्रतिनिधि। छातापुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बहुत कम हैं। खेती भी अब घाटे का सौदा बनती जा रही है। मजबूर होकर युवा दूसरे राज्यों जैसे पंजाब, दिल्ली और गुजरात पलायन कर रहे हैं। आलम यह है कि इलाके के दर्जनों युवा और अधेड़ मेहनत-मजदूरी करने के लिए रोजाना ट्रेनों में सवार होकर दूसरे प्रदेश रवाना हो रहे हैं। इससे गांव में बुजुर्ग और महिलाएं ही रह गई हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...