सुपौल, सितम्बर 25 -- सुपौल, एक प्रतिनिधि। शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन बुधवार को मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरुप की पूजा-अर्चना की गई। शहर के बड़ी दुर्गा स्थान गोरयारी मंदिर, रेलवे माल गुदाम स्थित दुर्गा मंदिर, गांधी मैदान परिसर स्थित दूर्गा मंदिरों सहित अपने-अपने घरों में श्रद्धालुओं ने विधि विधान से पूजा-अर्चना किया। नवरात्र का तीसरा दिन भय से मुक्ति और अपार साहस प्राप्त करने का होता है। मां के चंद्रघंटा स्वरुप की मुद्रा युद्ध मुद्रा है। चंद्रघंटा शक्ति की पूजा और साधना से मणिपुर चक्र जाग्रत होता है। इनकी पूजा करने से वीरता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का भी विकास होता है। मां चंद्रघंटा का संबंध मंगल ग्रह से माना जाता है। देवी चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र नजर आता है। यही वजह है कि माता के भक्त उन्हें चंद्रघंटा कहकर बुलात...