सुपौल, जून 25 -- त्रिवेणीगंज, मनोज रोशन। कोशी प्रमंडल के तीनों जिले सुपौल, सहरसा और मधेपुरा में भूदान की 38 हजार 900 एकड़ भूमि का कोई रहबर नहीं है। प्रमंडल में भूदान से प्राप्त जमीन का पर्चा दो दशक से सरकारी कार्यालय में दीमक चाट रहा है, लेकिन सरकारी अधिकारियों खासकर राजस्व विभाग को इन पर्चा के संपुष्टि का समय नहीं मिल पा रहा है। फलस्वरूप जमीनदाता के परिजनों ने अधिकांश पर्चाधारी रैयत को जमीन से खदेड़ दिया है। देखरेख के अभाव में सालों से दान में मिली इन जमीन की अवैध खरीद-बिक्री का खेल बदस्तूर जारी है। एक तरफ राज्य सरकार भूमिहीन को तीन डिसमल जमीन खरीद कर बसाने के लिए सरकारी खजाने का मुंह खोल हर साल करोड़ो रुपये पानी की तरह बहा रही है। वहीं प्रमंडल के तीनों जिलों में दान से मिली 38,896 एकड़ 39 डिसमिल जमीन के अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए दिलचस्पी न...