सुपौल, सितम्बर 27 -- पिपरा, एक संवाददाता। सुपौल-पिपरा के मध्य स्थित निर्मली दुर्गा मंदिर प्रखंड समेत आसपास के लोगों का आस्था एवं श्रद्धा का केन्द्र बना हुआ है। करीब सात दशक पूर्व इस मंदिर की स्थापना ग्रामीणों द्वारा की गई। आज भी लोगों का अटूट विश्वास यहां स्थापित माता पर है। भले ही यह कोई शक्तिपीठ नहीं है। परन्तु आसपास के लोगों के लिए यह किसी पीठ से भी कम नहीं है। ग्रामीणों की मानें तो यहां बहुत पूर्व एक पीपल का पेड़ था। जहां शाम होते ही आसपास सुगंधित हो जाता था। परन्तु लोग इस ओर ध्यान नहीं देते थे। कहते हैं कि गांव के ही एक व्यक्ति को स्वप्न आया कि तुम सभी पीपल के नीचे पूजा करो। परन्तु उसने स्वप्न समझ कर इस बात को अपने अंदर ही रखा। कुछ दिनों के बाद ही दुर्गा पूजा का समय नजदीक आ गया था। शाम ढ़लते ही इस पीपल के नीचे अजीब तरह की आवाज सुनाई प...
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