सुपौल, अक्टूबर 25 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। शहर के एक निजी क्लीनिक में इलाज के क्रम में प्रसूता की मौत हो गई। मौके बाद परिजनों की सूचना पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम भी जांच-पड़ताल के लिए पहुंची। इसके बाद वहां घंटों हाईवोल्टेज ड्रामा और मैराथन बैठक चला। बैठक में सुलहनामा पर सहमति बनी और मुआवजे की राशि परिजनों को दी गई। इसके बाद मामला शांत हुआ। बताया जा रहा है कि बैरो वार्ड 12 निवासी मंतोष चौधरी की पत्नी रेणु को बुधवार को ही प्रसव पीड़ा हुआ। इसके बाद परिजन उसे शहर के एक निजी क्लीनिक पहुंचे। वहां डॉक्टर साहिबा मौजूद नहीं थी। आनन-फानन में परिजन शहर के चि्ड्रिरेन पार्क स्थित एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया। वहां जांच के बाद इलाज शुरू हुआ। सिजेरियन के बाद रेणु ने लड़के को जन्म दिया। प्रसव के बाद सुब कुछ ठीक-ठाक था। इलाज के क्रम में गु...