सुपौल, मार्च 11 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। मौसम के मिजाज में तेजी से बदलाव दिख रहा है। तापमान में लगातार वृद्धि महसूस की जा रही है। चटाकदार धूप और गर्म हवा से गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है। तेज धूप से खेतों की नमी तेजी से कम हो रही है। किसानों को गेहूं खेत की सिंचाई ज्यादा करनी पड़ रही है। लागत बढ़ने के साथ ही पैदावार प्रभावित होने की आशंका है। इस साल बुआई देर से हुई। अब खेतों में गेहूं तैयार हो रहा है, लेकिन तापमान बढ़ने से उत्पादन प्रभावित हो सकता है। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक गेहूं को पकने के लिए 25 से 30 डिग्री पारा अच्छा रहता है, लेकिन मार्च में ही पारा 31 के पार पहुंच गया है। गेहूं में आने वाली बालियों पर इसका असर पड़ेगा और उत्पादन कम हो सकता है। जिले में करीब 66 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई है। गेहूं की बुआई...