सुपौल, जून 2 -- सुपौल, नवीन कुमार। सदर अस्पताल में चल रहे पोषण पुनर्वास केन्द्र से कुपोषित बच्चों को पोषण तो मिल रहा है लेकिन जागरुकता की कमी के कारण जिले में कुपोषण दर में कमी नहीं आ रही है। आंकड़ों के मुताबिक 2018 में कुपोषण दर 10.8 प्रतिशत था और चालू वित्तीय पर्ष में भी यह आंकड़ा 8.2 प्रतिशत पर पहुंचा है, जबकि राज्य का कुपोषण दर 8.8 प्रतिशत है। उम्मीद के मुताबिक कुपोषण दर केआंकड़ों में सुधार नहीं हो पाया है। इसमें अधिकांश नाटेपन और कम वजन के शिकार हैं। यह हाल तब है जब बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है और लाखों रुपये खर्च भी किये जा रहे हैं। बावजूद सामाजिक सुरक्षा कोषांग, आईसीडीएस और स्वास्थ्य विभाग से वित्तीय वर्ष 2024-25 में 229 कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराया गया है। अप्रैल और मई महीने ...