सुपौल, मई 26 -- सुपौल, नवीन कुमार। जिले में इनदिनों एसएफसी गोदामों पर सीएमआर लेने का रफ्तार धीमा हो गया है। बीते एक सप्ताह से विभिन्न गोदामों पर पैक्स द्वारा खरीदे गए धान के बदले चावल (सीएमआर) पैक्स भेज रहे हैं, लेकिन गोदाम में जगह नहीं होने की बात कह कर लौटा दिया जा रहा है। इसका खामियाजा जिले के पैक्स अध्यक्ष और समितियों को उठानी पड़ रही है। निर्धारित समय सीमा के अंदर सीएमआर जमा नहीं होने की स्थिति में समितियों को एफआईआर का भी डर सता रहा है। इससे पैक्स अध्यक्ष काफी परेशान हैं। इसकी वजह यह है कि चावल गिराने के बाद ही एसएफसी राशि का भुगतान करता है जो सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक द्वारा दिए गए सीसी लिमिट खाते में जमा होता है। इससे ब्याज का बोझ कम होता है। लेकिन सीएमआर नहीं लिए जाने और सहमति पत्र पैक्सों को नहीं दिए जाने के चलते उनको ब्याज के बोझ ...