सुपौल, नवम्बर 7 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। बिहार विधानसभा में चुनाव प्रचार का ट्रेंड बदल रहा है। मोबाइल फोन यूजर्स की लगातार बढ़ रही संख्या की वजह से राजनीतिक दलों का गली-गली पसीना बहाने के साथ सोशल मीडिया मंच से भी प्रचार करने पर जोर है। जिले के पांचों विधानसभा चुनाव में उतरे तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने 9 नवंबर तक फेसबुक, एक्स और यू-ट्यूब समेत सोशल मीडिया मंचों पर विज्ञापन प्रसारित करने की अनुमति मांगी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से जांच करने के बाद विज्ञापनों को प्रसारित करने की मंजूरी दी गई है, जबकि तथ्य मानकों के अनुरूप नहीं होने की वजह से कुछ विज्ञापनों को अस्वीकृत कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर विज्ञापन प्रसारित करने की अनुमति लेने में भाजपा सबसे आगे है। आंकड़ों के मुताबिक जिले में मोबाइल कनेक्शनों की संख्या आबाद...