सुपौल, अक्टूबर 9 -- किशनपुर, एक संवाददाता। कोसी नदी का जलस्तर भले ही घटने लगा हो, लेकिन किशनपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों में तबाही के निशान अब भी स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। तटबंध के अंदर बसे नौआबखार, मौजहा, बौराहा और दुबियाही जैसे गांवों में हालात अब भी गंभीर बने हुए हैं। गांव और खेतों में पानी एवं कीचड़ जमा रहने से ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त है। सैकड़ों एकड़ में लगी धान और सब्जी की फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं। खेतों में पानी ठहरने के कारण किसान अब अगली फसल की बोआई को लेकर भी असमंजस में हैं। जिन किसानों ने साल भर की मेहनत से फसल तैयार की थी, उनके सामने अब रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।स्थानीय किसान सुरेंद्र साह ने बताया कि हमारे खेत में धान की पूरी फसल डूब गई, अब न घर में अन्न बचा है और न खेत में उम्मीद। अगर सरकार मदद नहीं ...
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