सुपौल, नवम्बर 7 -- सुपौल, हिन्दुस्तान संवाददाता। जिले के दो से तीन नेताजी का 'इलेक्शन मैनेजमेंट' हर चुनाव में चर्चा का विषय बना रहता है। बड़े से बड़े धुर विरोधी उनके सामने टिक नहीं पाते। कार्यकर्ताओं पर दिल खोलकर रहम दिखाने के कारण उनके आगे-पीछे जिंदाबाद करने वालों की भीड़ भी कम नहीं होती। इस चुनाव में भी ताल ठोंक रहे नेताजी ने महंगाई को देखते हुए जेबखर्च बढ़ा दिया है। इस बार अपने विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड और मंडल स्तरीय पदाधिकारियों को 3.5 हजार तो उनसे निचले स्तर पदाधिकारियों को एक-एक हजार रुपये जेबखर्च भेंट किया। बताया जा रहा है कि पिछले चुनाव में रेट थोड़ा कम था। इसके अलावा खाने-पीने की खुली छूट। दूसरे लोगों के यहां चाय के लिए मुंह ताकना पड़ता है तो वहीं ये वाले नेताजी खाने-खर्चे में कोई कोताही नहीं बरतते। वेज हो या नॉनवेज सभी तरह के खाने क...