सुपौल, मार्च 21 -- त्रिवेणीगंज, एक संवाददाता। त्रिवेणीगंज में बुधवार को निगरानी की हुई दबिश पहला मामला नहीं है। अब तक छह सरकारी मुलाजिम सिलसिलेवार ढंग से निगरानी के हत्थे चढ़ चुके हैं। बुधवार को निगरानी के हत्थे चढ़े कानूनगो की गिरफ्तारी के बाद त्रिवेणीगंज में चल रही व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। स घटना के बाद से सरकार की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। काम के बदले दाम को लेकर लोग मुखर होकर बातें करने लगे हैं। त्रिवेणीगंज में पांव पसार चुके भ्रष्टाचार और उस पर निगरानी की कार्रवाई का लेखजोखा बढ़ता जा रहा है रहा है। अब तक यहां आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी रिश्वतखोरी में फंस चुके हैं। भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में यह सिलसिला 2015 से चला आ रहा है। वर्ष 2015 के दिसंबर महीने में त्रिवेणीगंज के प्रखंड शिक्षा...