अररिया, जनवरी 28 -- त्रिवेणीगंज, निज संवाददाता। प्रखंड के स्कूलों में छात्र-छात्राओं के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हर साल तरंग प्रतियोगिता का आयोजन होता है। इसके पीछे सरकार की मंशा शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाने की है। इसके लिए शिक्षा विभाग लगातार कवायत में जुटा हुआ है, लेकिन इसके उलट प्रखंड के 10 फीसदी से ज्यादा सरकारी स्कूलों के पास खेल मैदान नहीं है। यहां पढ़ रहे बच्चों को स्कूल आंगन में ही खेल की गतिविधि को चालू रखना पड़ रहा है। ऐसे में प्रतियोगिता की तैयारी कहां और किसके मार्गदर्शन में करें इसको लेकर बच्चों में संशय की स्थिति बनी रहती है। हालांकि शहरी समेत ग्रामीण इलाकों के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। बावजूद उनकी प्रतिभा निखर कर सामने नहीं आ पाती है। ऐसे में बच्चों की जीत और उन्हें मिलने वाले मेड...