भागलपुर, अक्टूबर 23 -- करजाईन बाजार, एक संवाददाता। दीपावली से ठीक 6 दिन बाद मनाए जाने वाले पर्व छठ का भारतीय संस्कृति में व्यापक महत्व है। संपूर्ण भारत में छठ पर्व मनाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है। सूर्योपासना का यह पर्व बिहार में घर-घर मनाया जाता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश उत्तरांचल एवं पूर्वोत्तर राज्य में भी इस महापर्व को लेकर खास उत्साह रहता है। हमारे वैदिक संस्कृति में मान्यता है कि सूरज की शक्तियों का मुख्य स्रोत उनकी पत्नियां उषा और प्रत्यूषा है। छठ में सूर्य के साथ साथ उनके दोनों शक्तियों की संयुक्त आराधना होती है। प्रातः काल में ही सूर्य की पहली किरण उषा और संध्या काल में सूर्य की अंतिम किरण प्रत्यूषा को अर्ध देकर दोनों को नमन किया जाता है। जिस उपासना से समस्त प्रकार के धन-धान्य, संतान आदि की वृद्धि होती है। पुराणों के अन...