भागलपुर, मई 15 -- किशनपुर, एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में आधा दर्जन पंचायतों में बने बाढ़ आश्रय भवन शराब तस्करों का अड्डा बन गया है। बाढ़ आश्रय स्थल जर्जर अवस्था में बेकार पड़ा हुआ है। लोगों का कहना है कि बारिश का मौसम आते ही कोसी में बाढ़ अवधि घोषित कर दी जाती है। संभावित बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन तैयारी में जुट जाता है। इसके बाद प्रशासन के द्वारा बाढ के समय राहत सामग्री सहित नाव और ऊंचे स्थलों का चयन किया जाता है। लेकिन अधिकांश पंचायतों में बने बाढ़ आश्रय भवन बदहाली की हालत में जर्जर पड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री राहत कोष से निर्मित बाढ़ आश्रय का निर्माण करोड़ की लागत से सालों पहले कराया गया था। लेकिन यह अनुपयोगी साबित हो रहा है। किसी भी बाढ़ आश्रय स्थल में शुद्ध पेयजल की बात तो दूर एक चापाकल तक भी नहीं लगा हुआ है। बाढ आश्रय स्थल पर श...