नई दिल्ली, फरवरी 15 -- आखिर इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं! वो लम्हा करीब आ गया है जिसका कई लोगों को बेसब्री से इंतजार था। अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की वापसी की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर आठ महीने बिताने के बाद अब वह और उनके साथी बुच विल्मोर धरती की ओर रवाना होने वाले हैं। लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं होगा। सुनीता विलियम्स को सबसे बड़ी चुनौती पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति से दोबारा तालमेल बैठाने की होगी। लंबे समय तक भारहीन माहौल में रहने के बाद शरीर पर गुरुत्वाकर्षण का असर एक झटके जैसा होगा।धरती पर कदम रखते ही घेर लेंगी मुसीबतें इस बारे में खुद बुच विल्मोर ने कहा, "गुरुत्वाकर्षण बहुत कठिन होता है। जब हम वापस लौटते हैं तो यह हमें नीचे खींचने लगता है। शरीर के तरल पदार्थ नीचे जाने लगते है...