बुलंदशहर, सितम्बर 14 -- नगर की वलीपुरा नहर स्थित काषिर्ण आश्रम पर चल रही श्रीमद भागवत कथा के समापन पर कथाव्यास ने भक्तों को सुदामा मित्रता और चरित्र का वर्णन किया। सुदामा की कथा सुनकर भक्त भाव-विभोर हो गए और श्रीकृष्ण के जयकारों से वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। कथा के समापन दिवस पर सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। कथाव्यास चैतन्य महाराज ने कहा कि दुनिया के सारे दुख का कारण ये मन है, क्योंकि हमारे मन में ज़ब कोई बिना मन की बात आती है तो हम दुखी हो जाते हैं। ज़ब मन में कोई अच्छी बात आती है तो हम प्रसन्न हो जाते हैं। कथाव्यास ने कहा कि जो मानव दूसरे के हित बात करता है वह कभी परेशान नहीं होता। सदा भगवत भजन में लगा रहता है। सुदामा चरित्र का वर्णन किया। कथा में राम किशोर शर्मा, बलदेव बाधवा, गौपाल गौतम, रवि कुमार, उमेश चन्द शर्मा...