मुजफ्फरपुर, अप्रैल 7 -- मुजफ्फरपुर। लहठी, लीची और शहद के अलावा हस्तकला और चटपटे पापड़ भी विदेशों में मुजफ्फरपुर की पहचान बन रहे हैं। यहां की सुजनी और टिकुली कला से बनी चीजों की मांग अमेरिकी बाजारों में बढ़ रही है। जिले की दो हजार से अधिक महिलाएं इसके निर्माण से जुड़ी हैं। बड़ी संख्या में पापड़ उद्योग से भी महिलाएं जुड़ी हैं। अमेरिका की ओर से टैरिफ बढ़ाए जाने से इनके निर्माण और व्यापार से जुड़े महिला-पुरुषों की चिंता बढ़ गई है। इनकी आशंका है कि अमेरिकी बाजार में इन चीजों के दाम बढ़ने से मांग घट सकती है। उत्पादन से लेकर रोजगार तक प्रभावित होने का अंदेशा है। सुजनी समेत मुजफ्फरपुर में निर्मित होने वाली हस्तकला सामग्री अमेरिका में भी मंगाई जाती है। ये सामान उद्यमी खुद नहीं भेजते, बल्कि थर्ड पार्टी के माध्यम से अमेरिका भेजे जाते हैं। उद्यमियों ...
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