नई दिल्ली, अप्रैल 17 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता देश के सभी सीबीएसई से जुड़े स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को अब हर साल कम से कम 50 घंटे का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा। यह घोषणा सीबीएसई ने नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के तहत की है। यह निर्णय शिक्षकों की गुणवत्ता और पढ़ाई की प्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए किया गया है। सीबीएसई द्वारा जारी दो निर्देश के अनुसार शिक्षकों को हर साल 50 घंटे का प्रशिक्षण लेना जरूरी होगा। इसमें से 25 घंटे का प्रशिक्षण सीबीएसई या सरकारी ट्रेनिंग के माध्यम से होगा जबकि बाकी 25 घंटे का प्रशिक्षण स्कूल या स्कूल समूह द्वारा कराया जाएगा। शिक्षकों की ट्रेनिंग तीन भागों में बांटा गया है जिसमें 12 घंटे की मूल्य और नैतिकता की ट्रेनिंग, 24 घंटे ज्ञान और पढ़ाने की विधि तथा बाकी 14 घंटे व्यक्तिगत और पेशेवर विकास क...