जमशेदपुर, मई 26 -- अब सीबीएसई स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। बोर्ड की ओर से सभी संबद्ध स्कूलों को शुगर बोर्ड लगाने और बच्चों में शुगर इनटेक पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों में तेजी से बढ़ते टाइप-2 डायबिटीज के मामलों को गंभीर मानते हुए यह कदम उठाया गया है। सीबीएसई ने स्कूल प्राचार्यों को निर्देशित किया है कि वे छात्रों को चीनी के सेवन से होने वाले खतरे के प्रति जागरूक करें और उनके खानपान पर नियंत्रण रखें। स्कूल कैंपस में मीठे स्नैक्स, शीतल पेय और पैकेज्ड फूड की उपलब्धता को बच्चों में डायबिटीज बढ़ने का मुख्य कारण बताया गया है। बोर्ड का कहना है कि अत्यधिक चीनी के सेवन से मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी का खतरा तेजी से बढ़ता है। पहले यह समस्या वयस्कों तक सीमित थी, लेकिन अब यह बच्चों ...