नई दिल्ली, जून 25 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता सीबीएसई का 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित करने का फैसला को लेकर स्कूलों के प्रिंसिपलों की मिलीजुली राय है। माउंट आबू पब्लिक स्कूल रोहिणी की प्रिंसिपल डा.ज्योति अरोड़ा का कहना है कि एक सराहनीय और आगे बढ़ने वाला कदम है। यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है। इससे छात्रों पर एक बार में ही अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव कम होगा, उन्हें अपनी तैयारी सुधारने का एक और मौका मिलेगा और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। मई में होने वाली वैकल्पिक परीक्षा कमजोर छात्रों को आगे बढ़ने में मदद करेगी। यह देखकर अच्छा लगा कि सीबीएसई छात्रों के विकास पर ध्यान दे रहा है। हालांकि, इस नई व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए समय और संसाधनों की अच्छी योजना जरूरी होगी, ताकि इसका असली उद्...