नई दिल्ली, जुलाई 28 -- पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों पर सीबीआई ने लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से जुड़े मामले में लोकपाल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सीबीआई ने लोकपाल की सिफारिश पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत पिछले साल 21 मार्च को महुआ और हीरानंदानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। महुआ पर आरोप है कि वह भ्रष्ट आचरण में लिप्त थीं और उन्होंने हीरानंदानी से रिश्वत व अन्य अनुचित लाभ लेकर अपने संसदीय विशेषाधिकारों से समझौता किया। महुआ पर यह भी आरोप लगा था कि उन्होंने लोकसभा सदस्य होने के नाते मिली संसद की लॉगइन आईडी और पासवर्ड साझा कर राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष खतरा पैदा किया। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में अपनी जांच के निष्कर्ष लोकपाल को सौंप दिए हैं...